सुनिये नेता जी
मुम्बई पुलिस ने बाल ठाकरे के पोते के बार पर छापा मार नौ युवतियों को मुक्त कराया। जनहित का राग अलापने वाले, प्रदेश के रक्षक बनने वाले बाल ठाकरे के लाडले ये किन संस्कारों का अनुसरण कर रहे हैं। समाज की ठेकेदारी करने वाले राजनेता पारिवारिक जिम्मेदारी निभाने में कितने असफल हैं? इनके चश्मोचिरागों के कर्म ओहदे के गुरूर व संरक्षण के कारण पथ भ्रष्ट रहते हैं। जनता नेता जी की संतान परन्तु इनकी संतानों से परेशान। सत्ता का अहंकार, अधिनायकवादी प्रवृत्ति व राजनीति का अतिक्रमण त्रस्त कर रहा है आमजन को। नेता जी जनता अब इतनी भोली भी नहीं कि सही दिशा का आंकलन न कर सके। प्रदेश का मार्गदर्शन करने से पूर्व घरेलू मार्गदर्शक बनिये और बेचारी जनता को अपने लालों के प्रकोप से बचाइये। उन्हें सार्थक लक्ष्य दीजिये।
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